झांसी के बड़ागांव में लौह अयस्क मिलने के संकेत, रिपोर्ट के बाद शुरू होगी ड्रिलिंग – खुलेंगे रोजगार के नए द्वार
झांसी/बड़ागांव। बुंदेलखंड की खनिज संपदा से भरपूर धरती एक बार फिर सुर्खियों में है। झांसी जनपद के मऊरानीपुर तहसील अंतर्गत बड़ागांव क्षेत्र में लौह अयस्क (Iron Ore) की मौजूदगी के संकेत मिले हैं। भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की टीम ने इलाके में जियोलॉजिकल सर्वे कर सैंपल एकत्र किए हैं जिन्हें जांच के लिए लखनऊ स्थित प्रयोगशाला भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ड्रिलिंग प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।
खनिज संपदा का नया अध्याय
प्रारंभिक सर्वेक्षण में लगभग एक वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में लौह अयस्क की संभावना जताई गई है। यदि लैब रिपोर्ट में गुणवत्ता और पर्याप्त मात्रा की पुष्टि होती है, तो खनिज विभाग क्षेत्र में खनन कार्य शुरू करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा। इसके लिए गुणवत्ता और उपलब्धता के आधार पर टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
स्थानीय लोगों के लिए सुनहरा अवसर
खनन कार्य शुरू होते ही क्षेत्रीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। सरकारी राजस्व में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी। वर्तमान में झांसी में केवल बालू घाट और क्रशर से ही राजस्व प्राप्त होता है, ऐसे में लौह अयस्क की खुदाई एक नया आयाम साबित हो सकती है।
2014-15 में भी मिले थे संकेत, अब विभाग दिखा रहा सक्रियता
गौरतलब है कि वर्ष 2014-15 में भी इसी क्षेत्र में लौह अयस्क के संकेत मिले थे, लेकिन यह क्षेत्र वन भूमि के अंतर्गत आने के कारण वन विभाग से ड्रिलिंग की अनुमति नहीं मिल पाई थी। अब एक बार फिर विभाग ने सक्रियता दिखाते हुए सर्वे कार्य को आगे बढ़ाया है।
झांसी मंडल में समृद्ध खनिज भंडार
झांसी मंडल के ललितपुर जनपद में पहले से ही सेंडस्टोन, ग्रेनाइट, रॉक फॉस्फेट, स्वर्ण धातु और लौह अयस्क की खोज हो चुकी है। कई क्षेत्रों में खनिज ब्लॉकों का आवंटन भी टेंडरों के माध्यम से किया जा चुका है। गिरार क्षेत्र में लौह अयस्क का खनन कार्य भी प्रगति पर है।