खेसारी लाल यादव: हार के बावजूद दिलों में जीत का संदेश
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में खेसारी लाल यादव को भले ही चुनावी नतीजे उनके पक्ष में नहीं मिले, लेकिन उनका संघर्ष और जनता के प्रति प्रतिबद्धता ने उन्हें हार के बावजूद असली विजेता बना दिया।

अपने फेसबुक पोस्ट में खेसारी लाल ने हार और जीत दोनों की परिस्थितियों में अपने अडिग हौसले और जनता के प्रति प्यार को स्पष्ट रूप से व्यक्त किया। उन्होंने लिखा:
“क्या हार में क्या जीत में,
किंचित नहीं भयभीत मैं,
संघर्ष पथ पर जो मिला,
ये भी सही वो भी सही…
जनता मेरे लिए तब भी सर्वोपरि थी, आज भी है और हमेशा रहेगी! मुद्दा तब भी उठल बा, आगे भी उठी…जय बिहार! 🙏🏻”
इस पोस्ट में उन्होंने न सिर्फ अपनी भावनाओं को साझा किया, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि राजनीति में उनका मूल मकसद पद या सत्ता नहीं, बल्कि जनता की सेवा और उनके मुद्दों को उठाना है।
चुनाव प्रचार के दौरान खेसारी लाल ने घर-घर जाकर जनता से मुलाकात की, गलियों और कस्बों में जाकर उनकी समस्याएँ सुनीं, और हर मंच पर अपनी सादगी और ईमानदारी के साथ लोगों को जोड़ने की कोशिश की। इस दौरान उन्हें कई बार ताने और कटाक्षों का सामना करना पड़ा। विरोधियों ने उन्हें मंचों पर “नचनिया” कहकर नीचा दिखाने की कोशिश की, सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया, और कई बड़े नेता उनके अंदाज पर टिप्पणियाँ करते नजर आए।
लेकिन खेसारी लाल ने कभी अपने हौसले को कम नहीं होने दिया। उन्होंने हर कटाक्ष, हर ताने और हर ट्रोल को धैर्य और संयम के साथ झेला। उनका मानना है कि जनता ही सर्वोपरि है, और उनका उद्देश्य हमेशा उनके लिए काम करना और उनकी आवाज़ बनना रहा है।

उनकी यह पोस्ट और चुनावी यात्रा साबित करती है कि राजनीति में हार केवल अंकगणितीय परिणाम है, लेकिन दिल जीतने की क्षमता, संघर्ष की लगन और जनता के प्रति समर्पण का मूल्य उससे कहीं बड़ा है।
समर्थकों और जनता ने भी खेसारी लाल की इस ईमानदारी और मेहनत को सराहा। भले ही चुनाव परिणाम उनके पक्ष में नहीं आए, लेकिन उनके संघर्ष और आत्मविश्वास ने उन्हें लोगों के दिलों में सबसे ऊँचा स्थान दिलाया।
खेसारी लाल यादव की यह यात्रा युवा नेताओं और जनता दोनों के लिए प्रेरणा है कि राजनीति केवल जीत-हार का खेल नहीं, बल्कि संघर्ष, मेहनत और लोगों के प्रति सच्चाई का सफर है।
इस चुनाव ने एक बार फिर साबित किया कि सच्चा नेतृत्व पद या सत्ता से नहीं, बल्कि जनता के दिलों से मापा जाता है।

